तोमर बंधु का बंगला कुर्क, दोनों फरार…

1500-1500 स्क्वायर फीट का हिस्सा, पुलिस की सख्ती ने तोड़ी डर की दीवार.

रायपुर छत्तीसगढ़ // राजधानी के कुख्यात सूदखोर तोमर ब्रदर्स की सानों शौकत अब कानून के शिकंजे में आ गई है। भाटागाँव स्थित उनका आलीसान बंगला एसडीएम एनके चौबे की मौजूदगी में कुर्क कर लिया गया। बंगले का हर हिस्सा 1500 स्क्वायर फ़ीट का है। सी जी एम कोर्ट के आदेश के बाद अब इस संपत्ति में कोई बदलाव या बिक्री नहीं हो सकेगी। यह कार्रवाई पुलिस की याचिका पर हुई है। इससे पहले नगर निगम ने रोहित तोमर का अवैध आफिस बुलडोजर से ढहा दिया था।

दो महिने से फरार आरोपी
करीब दो महीने पहले प्रापर्टी डीलर दशमीत चावला ने रोहित तोमर के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद से रोहित और उसका भाई वीरेंद्र तोमर फरार हैं। पुलिस ने कई राज्यों में छापेमारी की, लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी। दोनों भाइयों और उनके गुर्गो के खौफ से पहले लोग शिकायत दर्ज कराने से कतराते थे। अब जब पुलिस ने उनकी संपत्ति पर कार्रवाई शुरू की है तो पीड़ित खुलकर सामने आ रहे हैं।
तोमर बन्धुओं का अपराधिक इतिहास
रोहित तोमर को जिले में गोल्डमैन के नाम से जाना जाता है। एक साल पहले रायपुर के चर्चित हाइपर क्लब गोली काण्ड के बाद पुलिस ने उसका सिर आधा मुंडवाकर जुलूस निकाला था। दोनों भाइयों पर अब तक दर्जनों एफआईआर दर्ज हो चुकी है। राजेंद्र नगर, तेली बाँधा, पुरानी बस्ती, कोतवाली और गुढियारी जैसे थानों में 15 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
सुदखोरी का साम्राज्य ढहने की कगार पर
रोहित और वीरेन्द्र लंबे समय से सुदखोरी, ब्लैक मैनिंग और मारपीट जैसे अपराधों में संलिप्त रहे हैं। रोहित पहले भी जेल की हवा खा चुका है। लेकिन अब पुलिस और प्रशासन की लगातार कार्रवाई से उनका रसूख टूटता नजर आ रहा है। सवाल यही है कि फरार तोमर बन्धु कब पुलिस की गिरफ्त में आएंगे।