Latest news
ऐतमानगर समूह जल प्रदाय योजना का सचिव कैसर अब्दुल हक ने किया निरीक्षण... जय हिरामण छ़त्री मछुआ सहकारी समिति के संचालक मण्डल सदस्यों के निर्वाचन हेतु निर्वाचन कार्यक्रम जारी... प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (आयुष्मान आरोग्य मंदिर) अजगरबहार  को मिला राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत... प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चिकनीपाली एवं कटघोरा को मिला राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र... जिला खनिज न्यास मद से जिले  के स्वास्थ्य केन्द्रों में कराये जा रहे विभिन्न विकास कार्य... छत्तीसगढ़: एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर घर में ही दफनाए शव, बदबू आने पर हुआ खुलासा... पार्षद वर्षा दिनेश वैष्णव ने किया भूमि पूजन: वार्ड क्र.27 में पांच लाख की लागत से लगाई जाएगी पेवर ब्लॉक... घुमने निकली नाबालिग के साथ गैंगरेप,16 साल की लड़की को दरिंदों ने बनाया शिकार... नकली ब्रेसलेट देकर महिला ने उड़ाया लाखों का सोना, व्यापारियों में मचा हड़कंप... सक्ती निर्माणधीन मकान से तीन नग लोहे की खिड़की एवं टूल्लू पंप चोरी, एक आरोपी के साथ दो नाबालिग गिरफ्तार...
Blog

कोरबा वनमंडल अंतर्गत लमरू रेंज में किंग कोबरा का सफल रेस्क्यू… देखें वीडियो

वन विभाग एवं नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी की संयुक्त पहल, स्थानीय समुदाय को किया गया जागरूक.

कोरबा, 20 जून 2025 यह घटना दोपहर करीब 2 बजे तब सामने आई जब एक स्थानीय किसान अपने खेत में काम कर रहा था। अचानक उसे एक गड्ढे में कुछ हलचल दिखाई दी। पास जाकर देखने पर उसने देखा कि उसमें एक विशालकाय साँप मौजूद है। उसने तत्काल वन विभाग को सूचित किया और बताया कि उसके खेत में “पहाड़ चित्ती” निकली है, तब वन आरक्षक तुरंत उस स्थान पर पहुंचे और बताया की यह किंग कोबरा (Ophiophagus hannah) है, जिसे ग्रामीण पहाड़ चित्ती के नाम से भी जानते है।
सूचना मिलते ही कोरबा वनमंडल के वनमण्डलाधिकारी मयंक अग्रवाल एवं नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी के विशेषज्ञ जितेंद्र सारथी, मयंक बागची एवं बबलू मारुवा कोरबा से लेमरू रेंज में पहुंचे फिर डीएफओ सर के मार्गदर्शन में पहले थैला के फ्रेम को जमा कर जितेंद्र सारथी ने रेस्क्यु चालू किया फिर उन्होंने वैज्ञानिक प्रक्रिया, सतर्कता और सुरक्षा के साथ किंग कोबरा को रेस्क्यू किया और उसे प्राकृतिक आवास में सुरक्षित छोड़ दिया गया।



इस अभियान में वन विभाग से याज्ञवल्क्य राणा, विकास बनर्जी , रामेश्वर सीदार, वनपाल श्रवण कुमार गायकी, वनरक्षक जय कंवर,, शिवनारायण बिंझवार एवं शुखसागर सिंह की विशेष भूमिका रही।

घटनास्थल पर विधिवत पंचनामा तैयार कर स्थानीय ग्रामीणों को वन्यजीव संरक्षण, कानूनी पहलुओं एवं मानवीय जिम्मेदारी के बारे में जागरूक किया गया। ग्रामीणों को यह भी समझाया गया कि किसी भी वन्यजीव की उपस्थिति पर घबराने की बजाय तत्काल वन विभाग को सूचित करें।

वनमंडलाधिकारी मयंक अग्रवाल ने कहा, “किंग कोबरा जैसे संकटग्रस्त प्रजातियों का संरक्षण हमारी पर्यावरणीय प्रतिबद्धता का एक अहम हिस्सा है। ऐसे समन्वित रेस्क्यू अभियान समाज में जागरूकता और सहभागिता को भी बढ़ावा देते हैं।”

यह अभियान वन विभाग, नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी और स्थानीय समुदाय के समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण है, जो छत्तीसगढ़ में वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक सशक्त और प्रेरणादायक कदम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page