Latest news
छत्तीसगढ़: एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर घर में ही दफनाए शव, बदबू आने पर हुआ खुलासा... पार्षद वर्षा दिनेश वैष्णव ने किया भूमि पूजन: वार्ड क्र.27 में पांच लाख की लागत से लगाई जाएगी पेवर ब्लॉक... घुमने निकली नाबालिग के साथ गैंगरेप,16 साल की लड़की को दरिंदों ने बनाया शिकार... नकली ब्रेसलेट देकर महिला ने उड़ाया लाखों का सोना, व्यापारियों में मचा हड़कंप... सक्ती निर्माणधीन मकान से तीन नग लोहे की खिड़की एवं टूल्लू पंप चोरी, एक आरोपी के साथ दो नाबालिग गिरफ्तार... CM विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में मध्यक्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की पहली बैठक संपन्न... बड़ी खबर : CAF के जवान ने साली और चाचा ससुर पर चलाई गोली, मौके पर हुई दोनों की मौत, मचा हड़कंप... देखें वीडियो जांजगीर चांपा उपसरंपच मर्डर केस, कमीशन के चक्कर में हुई हत्या, 9 आरोपी गिरफ्तार... वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान का शो रहा फ्लॉप,कार्यकर्ताओं को रोक पाने में नाकाम... साहब... शिक्षिका डुबा रहीं बच्चों का भविष्य: परेशान ग्रामीणों ने किया शाला बहिष्कार, बोले- इन्हें अक्षर ज्ञान ...
Blog

चैतन्य बघेल की याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई, ED को जवाब के लिए दो सप्ताह का समय…

छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की याचिका पर मंगलवार को छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जस्टिस अरविंद कुमार वर्मा की सिंगल बेंच ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगने पर सुनवाई को दो सप्ताह के लिए टाल दिया। चैतन्य ने अपनी गिरफ्तारी और हिरासत को असंवैधानिक बताते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।

सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं, हाईकोर्ट पहुंचा मामला

चैतन्य बघेल को 18 जुलाई 2025 को भिलाई से ईडी ने गिरफ्तार किया था। वे पिछले 24 दिनों से जेल में बंद हैं। उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था और उन्हें हाईकोर्ट में अपील करने का निर्देश दिया था। इसके बाद चैतन्य ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की, जिसमें दावा किया गया कि उनकी हिरासत गैरकानूनी है और ईडी ने कानूनी प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया।

ईडी के आरोप: शराब घोटाले से 16.70 करोड़ की रकम

ईडी के अनुसार, चैतन्य बघेल शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शामिल हैं। जांच एजेंसी का दावा है कि शराब घोटाले से प्राप्त ब्लैक मनी को रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश किया गया, जिसमें चैतन्य को 16.70 करोड़ रुपये मिले। ईडी ने आरोप लगाया कि इस काले धन को सफेद करने के लिए फर्जी निवेश दिखाया गया और एक सिंडिकेट के साथ मिलकर लगभग 1000 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई।

मंगलवार को जस्टिस अरविंद कुमार वर्मा की सिंगल बेंच में मामले की सुनवाई हुई। चैतन्य के वकीलों ने तर्क दिया कि उनकी गिरफ्तारी में प्रक्रियात्मक अनियमितताएं बरती गईं। वहीं, ईडी ने जवाब दाखिल करने के लिए कोर्ट से दो सप्ताह का समय मांगा, जिसे स्वीकार कर लिया गया। अब मामले की अगली सुनवाई दो सप्ताह बाद होगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page