जुआरियों से वसूले 12 लाख रुपये खा गई रायपुर पुलिस! SSP ने शुरू किया सस्पेंड, थाना प्रभारी लाइन अटैच-तीन सस्पेंड…

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जहां माना थाना के पुलिसकर्मियों पर 12 लाख रुपये की रकम गबन करने का आरोप लगा है. यह रकम शनिवार रात वीआईपी रोड स्थित फार्म हाउस में चल रहे जुए के अड्डे पर छापेमारी के दौरान एक युवक से जब्त की गई थी.. एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी यमन देवांगन को लाइन अटैच कर दिया और हवलदार रमेश राठौर, आरक्षक हेमंत राठौर और आरक्षक निराला को तत्काल निलंबित कर विभागीय जांच शुरू कर दी है.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें माना थाना क्षेत्र के पुलिसकर्मियों पर 12 लाख रुपये की रकम हड़पने का गंभीर आरोप लगा है. यह रकम कुछ जुआरियों से जब्त की गई थी, लेकिन इसे थाने में जमा कराने की बजाय कथित रूप से गबन कर लिया गया. मामले के खुलासे के बाद थाना प्रभारी यमन देवांगन को तत्काल लाइन अटैच कर दिया गया है, जबकि हवलदार रमेश राठौर, आरक्षक हेमंत राठौर और आरक्षक निराला को निलंबित कर दिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, शनिवार रात माना थाना क्षेत्र के वीआईपी रोड स्थित एक फार्म हाउस में जुए का अड्डा संचालित हो रहा था. वहां से एक युवक करीब 12 लाख रुपये जीतकर निकला. हारने वाले जुआरियों ने यह जानकारी माना थाना पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस ने युवक को पकड़ लिया और उसके पास से रकम जब्त कर ली, लेकिन आरोप है कि यह रकम थाने में जमा नहीं की गई और पुलिसकर्मियों ने उसे आपस में बांट लिया.
पुलिस और हारे हुए जुआरियों के बीच पहले से थी सांठगांठ
बताया जा रहा है कि पुलिस और हारे हुए जुआरियों के बीच पहले से ही सांठगांठ थी कि जब्त राशि में से कुछ हिस्सा उन्हें भी मिलेगा, लेकिन पुलिसकर्मियों ने वादा पूरा नहीं किया। इससे नाराज होकर जुआरियों ने इस पूरे मामले की जानकारी विभागीय अधिकारियों को दी.
एसएसपी ने थाना प्रभारी को किया लाइन अटैच
एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह को जब घटना की भनक लगी तो उन्होंने तत्काल सख्त कार्रवाई की. थाना प्रभारी को लाइन अटैच किया गया और तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. वरिष्ठ अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि जांच में दोषी पाए जाने पर और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस विभाग ने इस मामले में सख्त रुख अपनाया है ताकि ऐसे मामलों में अनुशासन बना रहे.