पिज्जा लेकर आया डिलिवरी बॉय, कस्टमर मांगने लगा पैसे, मना करते ही कर दी हत्या, पढ़ें पूरी घटना…

छत्तीसगढ़ रायपुर // रायपुर के डीडी नगर में पिज्जा डिलीवरी करने गए युवक हेमंत कोठरी की बदमाश ने पैसे के लिए चाकू मारकर हत्या कर दी. आरोपी पप्पू यादव गिरफ्तार.
रायपुर: रायपुर से एक ऐसी खबर आई है जिसे पढ़कर आपका दिल दहल जाएगा. डीडी नगर इलाके में पिज्जा डिलीवरी करने गए एक मासूम युवक की सिर्फ पैसों के लिए बेरहमी से हत्या कर दी गई. मृतक का नाम हेमंत कोठरी है, जो रायपुर का ही रहने वाला था.
रविवार रात हेमंत अपने काम पर निकला था. ऑर्डर मिलने के बाद वह पिज्जा लेकर डीडी नगर इलाके में पहुंचा. वहां उसका सामना इलाके के कुख्यात बदमाश पप्पू यादव से हुआ. पप्पू ने हेमंत से पैसों की मांग की. हेमंत ने साफ मना कर दिया, क्योंकि वह डिलीवरी का पैसा खुद का नहीं था, बल्कि कंपनी का था.
इतना सुनते ही पप्पू यादव बेकाबू हो गया. उसने जेब से चाकू निकाला और हेमंत पर ताबड़तोड़ वार कर दिए. हेमंत लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा. आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
घटना की सूचना मिलते ही डीडी नगर पुलिस हरकत में आ गई. इलाके में नाकेबंदी कर आरोपी पप्पू यादव को कुछ घंटों में ही गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस के मुताबिक, पप्पू पहले भी कई बार मारपीट और लूटपाट के मामलों में जेल जा चुका है. इस बार उसने हद पार कर दी और एक मेहनती युवक की जान ले ली.
हेमंत के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. उनके मुताबिक, हेमंत घर का इकलौता बेटा था और परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी उसी के कंधों पर थी. दोस्तों और सहकर्मियों का कहना है कि वह हमेशा हंसमुख और मददगार स्वभाव का था.
यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि इस बात का कड़वा सबूत है कि शहर में लूट और हिंसा किस हद तक बढ़ चुकी है. एक मेहनती डिलीवरी बॉय, जो सिर्फ अपने काम पर निकला था, उसे बेरहमी से मार दिया गया.
अब पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है, लेकिन हेमंत की मौत ने रायपुर के लोगों को गुस्से और दुख में डाल दिया है. लोग सोशल मीडिया पर न्याय की मांग कर रहे हैं और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की अपील कर रहे हैं, ताकि आगे किसी मेहनतकश की जान यूं बेवजह न जाए।
इस कार्रवाई में निरीक्षक एस एन सिंह थाना प्रभारी डीडी नगर, एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट से प्रभारी निरीक्षक परेश कुमार पांडेय, सहायक उप निरीक्षक फूलचंद भगत, प्रधान आरक्षक मार्तण्ड सिंह, किसलय मिश्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।