बलरामपुर में निजी अस्पतालों पर कार्रवाई: युवक की मौत के बाद दो अस्पताल सील, एक को नोटिस जारी…

बलरामपुर छत्तीसगढ // बलरामपुर में एक युवक की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की है। रविवार शाम अवैध रूप से संचालित निजी अस्पतालों के खिलाफ जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान दो अस्पतालों को सील कर दिया गया। जिस अस्पताल में युवक की मौत हुई थी, उसे नोटिस जारी किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उतरौला रोड स्थित मझौवा के पॉपुलर पॉली क्लीनिक और शहर के लाइफ केयर हॉस्पिटल एंड डेंटल क्लिनिक की जांच की। शनिवार रात इलाज के दौरान एक मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया था। जांच में दोनों अस्पतालों के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं मिला। इसके बाद इन्हें तत्काल सील कर दिया गया।
जिला मेमोरियल अस्पताल के सामने संचालित एच के हॉस्पिटल में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी पाई गई। टीम ने यहां सुधार के लिए संचालक को नोटिस जारी किया है। इस कार्रवाई से कुछ लोग खुश नजर आए।वहीं कई लोगों ने स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि विभाग केवल किसी हादसे या मौत के बाद ही कार्यवाही करता है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के कुछ कर्मचारी अवैध अस्पतालों को संरक्षण दे रहे हैं। इसमें तुलसीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक बाबू का नाम भी शामिल है। जिसे सी एम ओ ऑफिस में अटैच किया गया है। ऐसी ऍमओ डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अवैध रूप से संचालित अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। जांज टीम में एसीएमओ डॉ॰ रविनंदन त्रिपाठी। राजेश कुमार सिंह भी शामिल रहे।