साहब… शिक्षिका डुबा रहीं बच्चों का भविष्य: परेशान ग्रामीणों ने किया शाला बहिष्कार, बोले- इन्हें अक्षर ज्ञान तक नहीं…

अम्बागढ़- चौकी के हाथीकान्हार प्राथमिक शाला में पदस्थ अध्यापिका के रवैए से हलाकान होकर ग्रामीणों ने स्कूल का बहिष्कार कर दिया। ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग की है।
मोहला // छत्तीसगढ़ के अम्बागढ़- चौकी विकासखण्ड के हाथीकान्हार प्राथमिक शाला में पदस्थ अध्यापिका के रवैए से हलाकान ग्रामीणों ने अंततः स्कूल का बहिष्कार कर दिया है। शिक्षिका के खिलाफ विभिन्न आरोपों के साथ कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी को पत्र प्रेषित किया। इसके साथ ही उन्होंने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा।
दरसअल, अंबागढ़- चौकी नगर से 2 किलोमीटर दूर ग्राम हाथीकन्हार प्राथमिक शाला के दुर्दशा को लेकर ग्रामीणों ने 2 सितंबर को जिला कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी और विकासखंड शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजा था। जिसमें उन्होंने वहां पदस्थ अध्यापिका के संबंध में शिकायत में कहा कि गांव के प्राथमिक शाला में पदस्थ पिंकी भारद्वाज 2008- 09 से स्कूल में सहायक अध्यापिका के पद पर हैं, वो बच्चों के अध्यापन में रुचि नहीं दिखा रही हैं। विगत कई वर्षों से स्कूल मे पढ़ाई नहीं होने से उनके बच्चों का भविष्य लगातार गर्त में जा रहा है। यहां अध्यनरत छात्र- छात्राओं को अक्षर ज्ञान नहीं है। पढ़ाई में गांव के बच्चे बहुत पीछे हैं।
प्राइवेट स्कूल में बच्चे पढ़ने को मजबूर– ग्रामीणग्रामीणों ने शिकायत में आगे लिखा कि, इस सत्र में स्कूल खुले तीन माह हो गया है। संबंधित शिक्षिका एक पाठ भी नहीं पढ़ाई है, स्कूल का स्तर देख गांव के अन्य गरीब मजदूर परिवारों के आधे से ज्यादा बच्चे अंबागढ़- चौकी नगर के निजी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं। वर्षों से स्कूल की लिपाई- पोताई, मरम्मत और साफ-सफाई नहीं कराया गया है। अध्यापिका शैक्षणिक कार्य के लिए स्कूल नियमित नहीं आती है। ग्रामीणों ने शिकायत में आशंका व्यक्त की है कि, सरकारी स्कूल के संचालन रखरखाव के लिए शासन द्वारा स्वीकृत राशि की भी गड़बड़ी की जा रही है। आज प्राथमिक शाला में बच्चों की एक साथ अनुपस्थिति की जानकारी मिलते ही विकासखंड शिक्षा अधिकारी एस के धीवर, बीआर सीसी संतोष पांडे स्कूल पहुंचे। उन्होंने मामले की जानकारी ली साथ ही पालकों से चर्चा कर आगे की कार्यवाही सुनिश्चित करने में लगे हुए है।
ग्रामीणों ने की कार्रवाई मांग विगत कई सालों से स्कूल का रंग ढग देखकर अपनी खुशियों को मार कर हाथीकन्हार के आधे से ज्यादा श्रमिक ग्रामीण प्राथमिक स्तर की पढ़ाई के लिए अपने बच्चों को अंबागढ़ चौकी नगर के प्राइवेट स्कूल में पढ़ा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव के स्कूल में उनके बच्चों को पढ़ाने के लिए सरकार सब कुछ कर रही है। लेकिन अध्यापिका बच्चों को नहीं पढ़ा रही हैं। ऐसे में एकमत ग्रामीण शिक्षिका के विरुद्ध प्रशासनिक अधिकारियों से कार्रवाई चाहते हैं।
जल्द ही की जाएगी कार्रवाई- BEO इस पूरे को लेकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी एस के धीवर ने कहा कि, इस मामले का संज्ञान लिया गया है। उचित कार्रवाई के लिए उच्च कार्यालय को प्रेषित किया जा रहा है। जल्द ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।